– अशोक बजाज
फुटबाल के विश्वकप फाईनल में स्पेन ने नीदरलैण्ड को एक गोल से हराकर विश्वकप हासिल कर लिया। फाईनल मैच के साथ ही विश्व भर के खेलप्रेमियों पर चढ़ा फुटबाल का फीवर तो शायद उतर गया होगा लेकिन स्पेन के लोग तो एक साथ होली-दीवाली मना रहे हैं। वैसे भी आक्टोपस पॉल ने स्पेन के जीतने की भविष्यवाणी पहले ही कर दी थी। यदि स्पेन हार जाता तो आक्टोपस पॉल की विश्वसनीयता भी खत्म हो जाती। पॉल की भविष्यवाणी को कायम रखने के लिए स्पेन का जीतना बहुत जरूरी हो गया था। दरअसल इस फाईनल मैच में स्पेन से ज्यादा आक्टोपस पॉल की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी। एक तरफ आक्टोपस पॉल ने स्पेन के जीतने की भविष्यवाणी की थी तो दूसरी तरफ मणि नाम के तोते ने नीदरलैण्ड के शहनशॉह बनने की घोषणा की थी। इन भविष्यवाणियों के चलते विश्वकप फाईनल ‘‘स्पेन बनाम नीदरलैण्ड’’ के बजाय ‘‘पॉल बनाम मणि’’ हो गया था। अनेक लोगों की दिलचस्पी केवल इसी में थी कि किसकी भविष्यवाणी सच हो रही है। लगातार सच भविष्यवाणी करने वाले पॉल की भविष्यवाणी इस बार भी सच होगी अथवा नहीं? यदि पॉल की भविष्यवाणी सच नहीं निकली तो पॉल का भविष्य क्या होगा? अंततः स्पेन विश्व चैम्पियन बन ही गया।
लेकिन जीता कौन स्पेन या पॉल? इस जीत का श्रेय स्पेन के खिलाड़ियों की मेहनत को दिया जाय या पॉल को? दुनिया भर की मीडिया ने पॉल को लेकर जो उत्सुकता पैदा की थी उससे तो यही लगता है कि स्पेन ने अपने खिलाड़ियों के दम पर नहीं बल्कि पॉल की भविष्यवाणी के दम पर विश्वकप जीता है। अब हमें पॉल के भविष्य की चिन्ता करनी चाहिए क्योंकि स्पेन के जीतते ही उसकी मार्केट वैल्यू बढ़ गई है। भविष्य में कोई भी खिलाड़ी मैच के लिए अभ्यास करने के बजाय पॉल बाबा के शरण में जायेगा। खिलाड़ी की ही क्या बात करें अन्य क्षेत्र का प्रतियोगी भी सफलता के लिए शार्टकट रास्ता ही अपनाएगा। चाहे वह विद्यार्थी हो चाहे राजनेता अथवा कोई आई.ए.एस या आई.पी.एस का परीक्षार्थी क्यों न हो सभी मेहनत करने के बजाय पॉल बाबा की शरण में पड़े रहेगें। भले ही परिणाम स्पेन जैसा मिले अथवा नहीं। उधर जर्मनी में पॉल बाबा के नाम पर काफी आक्रोश देखा जा रहा है, कहीं ऐसा न हो कि आक्टोपस पॉल जर्मनी वालों के आक्रोश का शिकार हो जाय, उसने भविष्यवाणी करके बला मोल ले लिया है। यदि भविष्यवाणी झूठी होती तो कोई पूछता भी नहीं, सच हो गई तो मुसीबतों का जंजाल सामने आ गया है। अब आक्टोपस यानि पाल बाबा तेरा भविष्य कौन बतायेगा?
श्री नवीन देवांगन की टिप्पणी सटीक एवं जानदार है.
lekh bahut achchha laga.
हे महागुरु पॉल बाबा,
हे दस भूजाओं वाले आक्टोपस बाबा कृपा कर के इस भारत देश पर कभी मत आना , क्योकिं यहा दो पैर और दो भुजाओ वाले महान महान भविष्य वक्ता पहले से इतने ज्यादा है कि तुम्हें जिन्दा नही छोडेगें, और तुम इनका कुछ नही बिगाड पाओंगे क्योकि आजकल हिन्दुस्तान के सारे खबरियां चैनलो मे इनकी तूती बोलती है और किक्रेट के बारें तो यहां बिल्कुल भविष्यवाणी न करना वरना तुम्हारी सब पोल खुल जाएगी तुम बुरी तरह फज़ीहत में फंस सकते हो क्योकि यहा किक्रेट का जीत हार मैदान मे कम और मैदान से बाहर ज्यादा तय होती है , सुना है आपने अपना पंचाग वंचाग सब समेट लिया है बहुत अच्छा किया आपने समय रहते सटीक काम कर गए आप , वाकई लगता है कि आप अपने भविष्य के बारें मे जान गए ,आप तो समुंद्र मे जाकर जीवन का आनंद लिजीए
शुभकांमनाए