1.
वास्तुकला का
अद्भुत उदाहरण
ताजमहल।
2
ओस के कण
पल्लव से बिखरे
है भूमि नम।
3.
समय बहे
अविरल प्रवाह
एक रफ़्तार।
4.
ये कर्णप्रिय
संगीत समारोह
अभिनंदन।
5.
गीत संगीत
सुर ताल संगम
नाद सुरीला।
6.
लाख की चूड़ी
बंधिनी लहरिया
लावेंगे पिया।
7.
नीला आकाश
चमकीली दोपहर
भीषण गर्मी।
8.
नदिया बहे
अविरल प्रवाह
प्राण दायिनी।
9.
परमपिता
कण-कण में बसा
सृष्टि में व्याप्त।
10.
यमुना तट
राधा कान्हा से मिलीं
बांसुरी गूंजी।
//नदिया बहे
अविरल प्रवाह
प्राण दायिनी//
अति सुन्दर ! बधाई।