शकुंतला गैमलिन ने कार्यवाहक मुख्य सचिव का पदभार सम्भाला
नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विरोध के बावजूद शकुंतला गैमलिन ने आज दिल्ली सरकार के कार्यवाहक मुख्य सचिव का पदभार सम्भाल लिया । दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने मुख्य सचिव केके शर्मा के 10 दिनो के लिये अवकाश पर जाने के कारण गैमलिन को कल कार्यवाहक मुख्य सचिव नियुक्त किया था। जंग और आप सरकार के बीच टकराव उस समय और बढ़ गया जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शकुंतला गैमलिन से कहा कि वह कार्यवाहक मुख्य सचिव का कार्यभार नहीं संभालें।सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केजरीवाल कार्यालय से गैमलिन को भेजे अपने पत्र में कहा है कि उनकी नियुक्ति स्थापित नियम के खिलाफ है। इसके कुछ घंटे बाद शकुंतला गैमलिन ने उप-राज्यपाल को पत्र लिखकर दावा किया कि मुख्यमंत्री कार्यालय का एक वरिष्ठ नौकरशाह उन पर दबाव बना रहा है कि वह इस पद की दौड़ में शामिल न हों।श्री जंग के कदम की अलोचना करते हुये आप सरकार नका मानना है कि उपराज्यपाल निर्वाचित सरकार और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अनदेखी की है जो वे नहीं कर सकते । दिल्ली सरकार का दावा है कि उन्होंने संविधान,जीएनसीटी ऑफ दिल्ली एक्ट तथा कामकाज से जुड़े नियमों के विपरीत काम किया है। जंग ने इन आरोपों को खारिज करते हुये कहा कि जो भी किया वह भारतीय संविधान के अनुच्छेद 239एए के तहत उपराज्यपाल को मिले अधिकारों को तहत किया गया है। दिल्ली के मुख्य सचिव केके शर्मा निजी यात्रा पर अमेरिका गये हैं। इसकी वजह से सरकार को कार्यवाहक मुख्य सचिव की नियुक्ति करनी थी। गैमलिन वर्तमान में विद्युत सचिव के रूप में काम कर रही हैं ।
दिल्ली में आप की सरकार के 24 मई को सौ दिन पूरे हो रहे हैं। इस छोटी अवधि में ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच 5 बार किसी न किसी मुद्दे पर टकराव सामने आ चुका है। सूत्रों के अनुसार, केजरीवाल सरकार ने परिमल राय का नाम भेजा गया था। लेकिन वरिष्ठता में बहुत नीचे होने के कारण उनके नाम का चयन नहीं किया गया । इसी कारण मुख्यमंत्री ने जंग पर दिल्ली सरकार को नजरंदाज करने का आरोप लगाया है।