पाकिस्तानी उच्चायोग से जुड़े जासूसी कांड मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद मुनव्वर सलीम के निजी सविच को हिरासत में लिया है। आरोपी की पहचान 35 वर्षीय मोहम्मद फरहत के रूप में की गई है।
फरहत को 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। इस मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है।
इससे पहले जासूसी के मामले में ही जोधपुर के एक पासपोर्ट और वीजा एजेंट शोएब को गिरफ्तार कर 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था। इस पूरे रैकेट में सुभाष ओर मौलाना को शामिल करने में शोएब का हाथ था। पाकिस्तानी जासूस महमूद अख्तर इनके जरिए भारतीय सुरक्षा बलों के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहा था।
शोएब करीब डेढ़ साल पहले मौलाना के संपर्क में आया था और उसने गुजरात एवं राजस्थान में सेना और अर्धसैनिक बलों के पड़ावों के बारे में अहम जानकारी इकट्ठा किए जाने को कहा था।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक शोएब समय-समय पर पाकिस्तान जाता रहता है, वहां उसकी मां और अन्य रिश्तेदार रहते हैं।
एजेंसियों को यह भी अंदेशा है कि पाकिस्तान उच्चायोग में काम करने वाला अख्तर अच्छे पैसे के साथ-साथ हनी ट्रैप यानी प्रेम जाल में फंसा कर अपना मकसद पूरा करता था। पुलिस ने मौलाना और जांगीर के फोन भी बरामद किए हैं जिनके जरिए ये दोनों अख्तर के साथ सूचनाएं और अन्य जानकारियां साझा किया करते थे। हालांकि ये ज्यादातर बाते व्हाट्स एप कॉल के जरिए ही किया करते थे जिनका विवरण निकालना संभव नहीं है।