एक महत्वपूर्ण कदम के तहत हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों (ईबीसी) के लिए सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में दाखिले के लिए आरक्षण कोटा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने की गत बुधवार को घोषणा की। खट्टर ने इस संबंध में वार्षिक आय सीमा ढाई लाख रुपए से बढ़ाकर छह लाख रुपए करने की भी घोषणा की ताकि इस श्रेणी के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा लोग लाभ उठा सकें। उन्होंने यहां राज्यभर से आए जाट नेताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए यह घोषणा की।
उन्होंने कहा कि बैठक में आरक्षण के मुद्दे पर सरकार और जाट नेताओं के बीच व्यापक सहमति बनी है। खट्टर ने यह भी घोषणा की कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में विशेष पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण के सभी पहलुओं का अध्ययन करने के लिए गठित कमेटी आगामी हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र से पहले अपनी रिपोर्ट देगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में यह कमेटी विधानसभा में उचित विधेयक लाने सहित सभी सुझावों पर विचार करेगी।
उन्होंने राज्य में धरने पर बैठे लोगों से प्रदेशवासियों के हित में तुरंत अपना आंदोलन वापस लेने की भी अपील की। इस अवसर पर कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़, वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला भी उपस्थित थे। हालांकि जाट सीएम के आश्वासन के बाद भी संतुष्ट नहीं हुए हैं। आरक्षण को लेकर आज (गुरुवार) को भी जाट बारिश में धरने पर बैठे हुए हैं। फतेहाबाद के गांव ढाणी गोपाल के पास फतेहाबाद से चंडीगढ़ रोड पर जाटों का धरना दूसरे दिन भी जारी है।
जाटों ने भट्टू रेलवे ट्रैक के पास भी अनिश्चित कालीन धरना लगाया है। हरियाणा के कई जिलों में बूंदाबांदी के बावजूद भी जाट सड़कों पर डटे हुए हैं। जाटों ने कहा कि बिना आरक्षण के वे लोग सड़कों से नहीं उठेंगे। वहीं सोनीपत के छोटे मार्गों से जाट उठ गए हैं। सोनीपत, गन्नौर व राई में जाम नहीं है। खरखोदा के सिसाना और रोहणा में जाम जारी है। गोहाना के सेनीपुर, गामड़ी, कथूरा, भैंसवाल, बरोदा व लाठ जोली में जाम यथावत लगा हुआ है। पानीपत रोहतक रोड NH 71 पर पानीपत के गांव शाहपुर में सफेदे के पेड़ काटकर रास्ता जाम किया हुआ है। भिवानी जिले में 8 गांवों में जाम जारी है। गांव कांकड़ोली,सांगा, मंदोली, बाढड़ा, नांगल, थिलोर, रावलधि, बामला में जाट आरक्षण की मांक लेकर अड़े हुए हैं। जींद के गांव डालनवाला में भी जाम की खबरें आ रही हैं।