केंद्र सरकार ने कहा, दिल्ली में उपराज्यपाल ही शासन प्रमुख है
नई दिल्ली, । दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच जारी विवाद में केंद्र सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी कर कहा कि दिल्ली में उपराज्यपाल ही शासन प्रमुख हैं । नियुक्ति व तबादलों में भी अंतिम फैसला उपराज्यपाल ही करेंगे । दिल्ली का उपराज्यपाल लोक व्यवस्था, पुलिस, भूमि और सेवाओं से संबंधित विषयों में नियुक्ति व तबादलों की शक्तियां रखता है। ऐसा वह राष्ट्रपति द्वारा प्रदान की गई शक्तियों और कृत्यों के निर्वहन के आधार पर करेंगे। अन्य सेवाओं के विषय में वह चाहें तो दिल्ली के मुख्यमंत्री से विचार-विमर्श के आधार पर निर्णय ले सकता है । जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी के दखल के बाद ही गृह मंत्रालय की ओर से यह नोटिफिकेशन जारी किया गया है। दिल्ली में चल रहे विवाद को लेकर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के बीच गुरुवार रात दो बार बातचीत हुई। इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से दखल देने की मांग की थी ।यह नोटिफिकेशन जारी होने से पहले ही उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट किए। जिनसे यह साफ है कि दिल्ली सरकार को पहले से पता था कि केंद्र की ओर से इस तरह का नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘खबर है कि गृहमंत्रालय के साथ बैठकर कुछ भ्रष्ट बाबू फतवा तैयार करा रहे हैं कि दिल्ली में नियुक्ति व तबादलों उपराज्यपाल के हाथ में ही हो।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘क्या गृहमंत्रालय कुछ भ्रष्ट बाबुओं को बढ़ाने के लिए संविधान को ताक पर रखकर ऐसा नियम बनाएगा।’वहीं, भाजपा नेता नलिन कोहली ने कहा, ‘केजरीवाल अपने विरोधियों को बाहर का रास्ता दिखा देते हैं। उन्हें शासन करना नहीं आता। उनको बस एक ही काम आता है कि आरोप लगाओ और भाग जाओ ।’दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘बीजेपी दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम से घबराई हुई है। बीजेपी पहले दिल्ली का चुनाव हारी और अब उसे इस नोटिफिकेशन ने हरा दिया ।’आप प्रवक्ता आशीष खेतान ने कहा कि केंद्र लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है। मनीष सिसोदिया ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘नोटिफिकेशन से साफ है कि दिल्ली की ट्रांसफर-पोस्टिंग इंडस्ट्री हमसे कितनी डरी हुई थी। इसके जरिए ट्रांसफर-पोस्टिंग इंडस्ट्री को बचाने की कोशिश की जा रही है।’ कांग्रेस नेता अजय माकन ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर ट्रांसफर-पोस्टिंग में करप्शन है तो दिल्ली की सरकार इस बारे में कोई सबूत क्यों नहीं देती। माकन ने कहा कि भाजपा और ‘आप’ मिलकर दिल्ली की जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज दोपहर दो बजे एक प्रेस-वार्ता करेंगे।