कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इंदौर और भोपाल में आरएसएस के दफ्तरों पर तिरंगा फहराने की कोशिश की। किन्तु जब आरएसएस कार्यकर्ताओं ने माला पहनाकर व टीका लगाकर स्वागत किया तो मामला पलट गया।
बताया जाता है कि विवाद कराने के विचार से इंदौर में प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव और विधायक जीतू पटवारी आरएसएस कार्यालय पर झंडा फहराने पहुंचे थे। उन्हे ंलगा था िक वह इसका विरोध करेगें लेकिन स्वयंसेवकों ने कोई विरोध नहीं किया। पहले टीका लगाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का स्वागत किया, इन्हें नाश्ता कराया और खुद ले जाकर झंडा फहराने दिया। तब से इंदौर में रामबाग में आरएसएस कार्यालय अर्चना पर भगवा झंडे के साथ तिरंगा भी लहरा रहा है।
लोगों की माने तो कहा जा रहा है कि आखिर कांग्रेस को भी आरएसएस के शरण मे भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने के लिए आना पडा क्योंकि उन्हें पता है देशभक्ति आरएसएस के खून मे है और हमारा तिरंगा यहीं सुरक्षित तरीके से लहरा पाएगा। इस दौरान आरएसएस की स्थानीय ईकाई ने सभी कांग्रेसियो का हृदय से आभार, जो वे सच्चे देशभक्त संगठन आरएसएस की शरण मे आये।
कांग्रेस जेएनयु में देश विरोधी नारा लगाने वालो को बचाने के लिए रैली निकालती है, और झंडा फहराने का पाखण्ड भी करती है। आशा है की लोग समझते है।