जम्म् कश्मीर गत 7 जनवरी को मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद के निधन के बाद करीब तीन हफ्ते बीतने के बाद मुफ्ती की बेटी और मुख्यमंत्री पद की उत्तराधिकारी महबूबा मुफ्ती अभी तक सरकार बनाने या न बनाने के प्रति फैसला नहीं ले पाई है।
पीडीपी ने अपना रुख सख्त करते हुए कहा कि सहयोगी दल भाजपा को गठबंधन के साझा एजेंडा को लागू करने का ठोस आश्वासन देना चाहिए क्योंकि यह केंद्र में सत्ता में है। अब सभी को लगने लगा है कि 31 जनवरी को होने वाली पीडीपी की महत्वपूर्ण बैठक में इसके प्रति आर या पार का निर्णय ले लिया जाएगा। वैसे मुफ्ती मुहम्मद की बेटी और उनकी उत्तराधिकारी महबूबा मुफ्ती ने इसे लेकर पार्टी को सक्रिय कर दिया है। उन्होंने पार्टी की कई बैठकों में कहा है कि जिन शर्तों पर मुफ्ती सईद ने भाजपा से गठबंधन करके सरकार बनाई थीए उन शर्तों का मान रखने के लिए भाजपा से नए सिरे से बात करेंगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि वो कुछ ही दिनों में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मिलेंगी, लेकिन घाटी में यह सवाल बना हुआ है वह चाहती क्या हैं।