केंद्र सरकार ने गुरुवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) के बोर्ड को भंग कर दिया। हिंदी के वरिष्ठ पत्रकार राम बहादुर राय को इसका नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वहीं, कांग्रेस पार्टी ने इसकी निंदा की है।
सरकार ने शास्त्रीय नृत्यांगना सोनल मानसिंह, मशहूर कला विद्वान सरयू दोषी व गीतकार प्रसून जोशी को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया है।
यह कदम नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा नेहरू मेमोरियल म्यूजियम लाइब्रेरी सोसाइटी (एनएमएमएलएस) के पुर्नगठन के ठीक एक साल बाद उठाया गया है। इन दोनों को ही कांग्रेस की विरासत माना जाता है। नेहरू लाइब्रेरी को पिछले साल अप्रैल में पुर्नगठित किया गया था।
जनसत्ता समाचार पत्र के पूर्व समाचार संपादक रॉय ने पूर्व राजनयिक चिनमय गरेखान की जगह संभाली है। संस्कृति मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि यह पुनर्गठन तुरंत प्रभाव से लागू है।
सरकार ने कहा कि नया बोर्ड इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र की प्रतिष्ठा बढ़ाएगा, वहीं कांग्रेस ने इस कदम की निंदा की है।
संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि नवनियुक्त लोग पूरी तरह इस पद के योग्य हैं। उन्होंने कहा, “राम बहादुर एक जानेमाने पत्रकार हैं और इस पद के लिए योग्य हैं। ऐसे लोगों से इस केंद्र की इज्जत बढ़ेगी।”
वहीं, कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि यह ‘स्थापित संस्थाओं को क्षीण करने के लिए उठाया गया कदम’ है।
शर्मा ने कहा, “हम कड़ाई से इस कदम की आलोचना करते हैं। उन्होंने पहले भी ऐसी चीजें की थी। यह उनका पूर्व निर्धारित एजेंडा है जो कि सरकार का नहीं है बल्कि उनकी मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का है।”
बोर्ड में फिल्म निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी, फैशन डिजाइन काउंसिल ऑफ इंडिया (एफडीसीई) की पूर्व महानिदेशक रति विनय झा तथा मशहूर कलाकार वासुदेव कामत भी बोर्ड के सदस्य बनाए गए हैं।
20 सदस्यीय बोर्ड में भरत गुप्ता, डी.पी.सिन्हा, हर्ष नेवतिया, महेश चंद्र, एम.शेषन, निर्मल शर्मा, नितिन देसाई, पद्म सुब्रमण्यन तथा विरज यागनिक भी शामिल हैं।
Source : आईएएनएस