भारतीय जनता पार्टी के पंजाब भाजपा अध्यक्ष पद तथा अन्य कई मसलों को लेकर शनिवार को दिल्ली में होने जा रही कोर कमेटी की बैठक में अध्यक्ष पद के लिए अश्विनी शर्मा का नाम लगभग तय बताया जा रहा है।
बेशक पार्टी का एक गुट शर्मा की जगह किसी को भी इस पद पर तैनात करने के लिए कह रहा है जबकि एक अन्य गुट हाईकमान के पास मौजूदा अध्यक्ष कमल शर्मा को किसी भी स्थिति में रिपीट न करने के लिए भी अपना पक्ष दे चुका है। इस सब के बीच यह भी जानकारी मिली है कि नवजोत सिंह सिद्धू को भी अंतिम बार मनाने के लिए प्रयास चल रहा है।
जानकारी के अनुसार शनिवार को कोर कमेटी की बैठक से पहले अश्विनी शर्मा के नाम पर आंतरिक तौर पर फैसला लिया जा चुका है। संगठन ने भी शर्मा के नाम पर मोहर लगाई है लेकिन इस बारे में पुख्ता तौर पर इसलिए कुछ नहीं कहा जा रहा है क्योंकि शर्मा को लेकर भी एक गुट विरोध जता रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मौजूदा अध्यक्ष कमल शर्मा को बरकरार रखने के लिए भी एक गुट मेहनत कर रहा है। तर्क यह दिया जा रहा है कि अगर पार्टी ने शर्मा को रिपीट नहीं करना है तो कम से कम अश्विनी शर्मा को भी अध्यक्ष पद न दिया जाए जिसके लिए कुछ तर्क भी दिए जा रहे हैं। वैसे कमल ने अध्यक्ष पद के लिए पंजाब के पूर्व मंत्री तीक्षण सूद के नाम की चाल चल दी है।
उधर यह जानकारी भी मिली है कि सिद्धू को मनाने बारे कोई बात अगर नहीं बनी तो सिद्धू को कहीं और एडजस्ट करने का भी प्रबंध किया जा रहा है। सूत्र तो यह भी बता रहे हैं कि सिद्धू को केंद्रीय स्तर पर मंत्री पद सौंपा जा सकता है लेकिन उससे पहले उन्हें एक बार पंजाब के लिए दोबारा मनाया जा रहा है।
सूत्रों की माने तो पंजाब मंत्रिमंडल में बदलाव होने जा रहा है। इसमें पंजाब सरकार में शामिल भाजपा मंत्रियों में बदलाव किया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो अनिल जोशी और मदन मोहन मित्तल को बदला जा सकता है । उनकी जगह पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया और वरिष्ठ नेता अश्विनी शर्मा को मंत्री बनाया जाएगा।