नई दिल्ली : थाम लुआंग की गुफा में 16 दिन से फंसे जूनियर फुटबॉल टीम के चार खिलाड़ी गोताखोरों के 12 घण्टे की कड़ी मसक्कत के बाद रविवार को सुरक्षित निकाल लिए गए। इस अभियान को पूरा करने में 18 गोताखोरों की जरूरत पड़ी। बच्चों को अभी अस्पताल में रखा गया है। रात होने पर ऑपरेशन रोक दिया गया।टीम के बाकी 8 खिलाड़ी और कोच को बाहर निकालने के लिए सोमवार को ये अभियान जारी रहेगा। इनकी लोकेशन पटाया बीच के करीब है। थाईलैंड साथ-साथ अमेरिका, चीन, जापान, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के 90 गोताखोर भी लगे हुए हैं। करीब एक हजार जवान और एक्सपर्ट्स इस अभियान में मदद कर रहे हैं। बचाव अभियान के प्रमुख नारोंगसाक ने बताया कि- ‘काम जल्द पूरा नहीं हुआ तो बड़ा मौका खो देंगे। क्योंकि बारिश का खतरा बढ़ रहा है।’
ब्रिटिश गोताखोर जॉन वोलेंनथन और रिक स्टैटन इस रेस्क्यू ऑपरेशन के हीरो हैं। दोनों ने ही गुफा में फंसे बच्चों को सबसे पहले खोजा। ये बच्चे कीचड़ के बीच एक छोटी सी चट्टान पर बैठे मिले थे। जॉन ने जब उनसे पूछा था कि आप कितने लोग हो? तो अंदर से आवाज आई- थर्टीन। जॉन और रिक दुनिया के सबसे माहिर गोताखोर हैं। 2004 में दोनों ने ब्रिटेन की बुकी होल गुफा की गहराई में जाकर रिकॉर्ड बनाया था। रिक रिटायर्ड फायरफाइटर्स हैं और जॉन आईटी सलाहकार।